Saturday, June 26, 2010
एक भीगी - सी याद..- पिताजी की पुण्य तिथि पर...
नींद उड़ जाती है जब जिक्र तेरा होता है।
अकेला जब होता है दिल, बहुत रोता है।
उदास रातों मे अक्सर नजर आता है तू,
ये हादसा क्यूँ बार बार, मेरे संग होता है।
कौन देगा जवाब अब ,मेरे सवालों का,
तू अब चैन से बहुत दूर कहीं सोता है।
मेरे हरिक दुख को सुख मे बदलने वाले,
इतना नाराज कोई, अपनो से होता है।
या खुद आ या बुला मुझको पास अपने,
परमजीत से अब नही इन्तजार होता है।
Thursday, June 17, 2010
सत्य को कैसे जानें......
(चित्र गुगुल सभार)
अलबेला जी पोस्ट " सत्य बहुमत की परवाह नहीं करता..... " पढ़ते हुए कुछ प्रश्न मन मे उठे हैं.....कृपया इसे अन्यथा ना लें।यदि किसी की भावना आहत हो तो क्षमा चाहूँगा।बस! इन्हे पढ़ते हुए कुछ प्रश्न मन मे उठे उन्हें जानना चाहता हूँ। कृपया निवारण करें।
जो हमें ठीक लगे
वैसा कहना और वैसा ही करना,
इसका नाम सत्य है
___स्वामी विवेकानन्द
--- यदि यही सत्य है तो चोर जो अपने परिवार के भरण पोषण के लिए चोरी करता है क्या वह भी सत्य है?
अगर तुम मेरे हाथों पर
चाँद और सूरज भी ला कर रख दो,
तब भी मैं
सत्य के मार्ग से विचलित नहीं होऊंगा
___हजरत मुहम्मद
वैसा कहना और वैसा ही करना,
इसका नाम सत्य है
___स्वामी विवेकानन्द
--- यदि यही सत्य है तो चोर जो अपने परिवार के भरण पोषण के लिए चोरी करता है क्या वह भी सत्य है?
अगर तुम मेरे हाथों पर
चाँद और सूरज भी ला कर रख दो,
तब भी मैं
सत्य के मार्ग से विचलित नहीं होऊंगा
___हजरत मुहम्मद
-- कोई कैसे साबित कर सकता है कि वह सत्य मार्ग पर है?
सत्य एक ही है दूसरा नहीं,
सत्य के लिए बुद्धिमान लोग विवाद नहीं करते
___महात्मा बुद्ध
सत्य एक ही है दूसरा नहीं,
सत्य के लिए बुद्धिमान लोग विवाद नहीं करते
___महात्मा बुद्ध
--- लेकिन वह एक सत्य कौन-सा है ?
सत्य बहुमत की परवाह नहीं करता,
एक युग का बहुमत
दूसरे युग का आश्चर्य और शर्म भी हो सकता है
___अज्ञात महापुरुष
सत्य बहुमत की परवाह नहीं करता,
एक युग का बहुमत
दूसरे युग का आश्चर्य और शर्म भी हो सकता है
___अज्ञात महापुरुष
-- क्या सत्य का भी कोई मापदंड होता है ?
Thursday, June 3, 2010
क्या आपको भी अपने फिगर की चिन्ता नही है....?
आज नेट पर घुमते हुए एक विचार मन मे आया कि नर-मादा दोनों मे से किसे अपनी फिगर की चिन्ता ज्यादा सताती है.......इसी बारे मे खोज कर रहा था कि अनायास ही यह कार्टून हाथ लग गया....सोचा कि आप तक भी इसे पहुँचाया जाए......जरा संभल कर देखे:)
Tuesday, June 1, 2010
जरा मुस्कराएं...
पत्नी ने पति को एक किताब फैंक कर मारी तो पति बोला।
पति-तुम यह क्या कर रही हो?
पत्नी-मुझे तुम्हारी कमीज की जेब से एक कागज मिला है जिस पर"कोमल" लिखा है।यह "कोमल" कौन है?
पति- अरे! ऐसे ही शक कर रही हो। यह तो पिछले सप्ताह मैने रेस खेली थी। यह उस घोड़ी का नाम है।
पत्नी-सौरी....! मैने बेवजह आपको किताब मार दी।
अगले दिन पत्नी ने पति को अल्मारी मे रखी सारी किताबे फैंक-फैंक कर मारनी शुरू कर दी।
पति ने पूछा- अब क्या हुआ????
पत्नी ने गुस्से से कहा- तुम्हारी घोड़ी का फोन आया था आज........